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Showing posts from September, 2020

अपठित गद्यांश - पुनरावृति नोट्स

  CBSE कक्षा 12 हिंदी (ऐच्छिक) अपठित गद्यांश हल करने की विधि (Process of Solving Gadyansh ) सबसे पहले आपको चाहिए कि आप गद्यांश को सावधानीपूर्वक पढ़ें। यदि कुछ शब्द या वाक्य समझ न आए, तो भी घबराने की आवश्यकता नहीं। अब आप नीचे दिए गए प्रश्नों को पढ़ें। इसके पश्चात् आप प्रश्नों को ध्यान में रखते हुए अनुच्छेद को फिर से पढ़ें। जिन-जिन प्रश्नों के उत्तर मिलते चले जाएँ, उन पर निशान लगाते चले जाएँ तथा उत्तरों को रेखांकित करते चले जाएँ। जिन प्रश्नों के उत्तर अस्पष्ट रह गए हों, उन्हें फिर से सावधानीपूर्वक पढ़ें। सोचने पर उनके उत्तर अवश्य मिल जाएँगे। बार-बार पढ़ने से आपकी सारी समस्याएँ हल हो जाएँगी। अपठित गद्यांश क्या है? वह गद्यांश, जिसका अध्ययन विद्यार्थियों ने पहले कभी न किया हो, उसे अपठित गद्यांश कहते हैं। अपठित गद्यांश देकर उस पर भाव-बोध संबंधी प्रश्न पूछे जाते हैं ताकि विद्यार्थियों की भावग्रहण-क्षमता का मूल्यांकन हो सके। अपठित गद्यांश हल करते समय ध्यान देने योग्य बातें- अपठित गद्यांश का बार-बार मूक वाचन करके उसे समझने का प्रयास करें। इसके पश्चात प्रश्नों को पढ़ें और गद्यांश में संभावित उत्त...

अपठित काव्यांशअपठित काव्यांश - अपठित काव्यांश

  CBSE कक्षा 12 हिंदी (ऐच्छिक) अपठित पद्यांश अपठित पद्यांश का अर्थ है ‘वह कविता का अंश या कविता जो पहले पढ़ी न गई हो’। अपठित पद्यांश में किसी कविता का एक अंश दिया जाता है तथा उस पर आधारित प्रश्न पूछे जाते हैं। यह कविता किसी (अर्थात उसी कक्षा के) पाठ्यक्रम की पुस्तक में से नहीं दी जाती है। इसे पढ़कर इससे सम्बन्धित पूछे गए प्रश्नों के उत्तर देने होते हैं। इससे छात्रों की कविता पढ़ने और समझने की क्षमता का विकास होता है। विधि इनको हल करते समय निम्नलिखित बिंदुओं पर ध्यान देना अनिवार्य है। 1. कविता को दो-तीन बार पढ़ना चाहिए, जिससे उसका भाव और अर्थ अच्छी तरह समझ में आ जाए। 2. कविता को समझकर उत्तर देने चाहिए। 3. प्रश्नों के उत्तर कविता की लाइनों में नहीं देने चाहिए, बल्कि अपने शब्दों में गद्य में देने चाहिए। 4. उत्तर सरल, स्पष्ट और कम शब्दों का प्रयोग करके भावों के साथ व्यक्त करना चाहिए। विचारणीय तथ्य अपठित का अर्थ है जो पहले से न पढ़ा गया हो। अपठित अवतरण गद्य अथवा पद्य दोनों में हो सकता है। परीक्षा में केवल अपठित गद्यांश देकर उस पर आधारित प्रश्न पूछे जाते हैं। इनका उत्तर देते समय निम्न बा...

रचनात्मक लेखन - पुनरावृति नोट्स

  CBSE कक्षा 12 हिंदी (ऐच्छिक) निबन्ध लेखन निबन्ध में सम्मिलित की जाने वाली सूक्तियाँ / श्लोक यह पशु प्रवृत्ति है जो आप-आप ही चरे, वही मनुष्य है जो मनुष्य के लिए मरे। उद्यमेन हि सिद्धयन्ति कार्याणि न मनोरथै। जिसको न निज गौरव तथा निज देश का अभिमान है, वह नर नहीं है, पशु निरा है और मृतक समान है। परहित सरिस धर्म नहीं भाई। दुनिया में सब हो समान सब भाषाएँ बनें महान। हारिए न हिम्मत, बिसारिए न हरिनाम। गुरु गोविन्द दोऊ खड़े, काके लागू पाय बलिहारी गुरु आपने जिन गोविन्द दियो बताय। यूनान मिश्र रोमां सब मिट गए जहाँ से, कुछ बात है कि हस्ती मिटती नहीं हमारी। घर घर में विज्ञान का फैला आज प्रकाश करता दोनों काम यह नव निर्माण और विनाश। आता नहीं देश पर मरना जिसे, उस नीच की जीने का अधिकार नहीं। जो भरा नहीं है भावों से बहती जिसमें रस धार नहीं, वह हृदय नहीं है पत्थर है जिसमें स्वदेश का प्यार नहीं। अजगर करे न चाकरी, पंछी करे न काम। दास मलूका कह गए, सबके दाता राम। निज भाषा उन्नति अहै, सब उन्नति को मूल। बिन निज भाषा ज्ञान के मिटे ना हिये को शूल। काल करै सो आज कर, आज करे सो अब, पल में परलै होयेगी, बहुरी करे...

कार्यालयी पत्र - महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर

  CBSE कक्षा 12 हिंदी (ऐच्छिक) पत्र लेखन गत कुछ दिनों से आपके क्षेत्र में अपराध बढ़ने लगे हैं उनकी रोकथाम के लिए थानाध्यक्ष को पत्र लिखिए। सेवा में थानाध्यक्ष महोदय, थाना मंदिर मार्ग, नई दिल्ली–110001 श्रीमान, मैं इस पत्र के द्वारा आपके थाने के अंतर्गत आने वाले क्षेत्र गोल मार्किट क्षेत्र में निरंतर बढ़ते जा रहे अपराधों की ओर आपका ध्यान आकर्षित करना चाहता हूँ। पिछले एक सप्ताह में निरंतर लूटपाट, छीना-झपटी की घटनाएँ हो रही हैं। अभी दो दिन पूर्व ही रात के समय दो मोटर-साइकिल सवारों ने श्रीमती रेखा के गले से सोने की जंजीर झपट ली। आज सुबह ही एक व्यक्ति से रूपयों से भरा बैग छीन लिया गया। इससे पूर्व मंदिर मार्ग पर स्थित सरकारी आवासों के एक फ्लैट में दिन-दहाड़े चोरी हो चुकी है। लड़कियों को छेड़ने की घटनाएँ तो प्रतिदिन की कहानी बन चुकी हैं। मंदिर मार्ग पर स्थित एक विद्यालय की छात्रा का अपहरण करने का प्रयास किया गया। क्षेत्रवासी क्षेत्र में बढ़ते अपराधों से आतंकित हैं। क्या आप इन अपराधों को रोकने के लिए उचित कदम उठाएँगे? सधन्यवाद ! भवदीय जितेन्द्र कुमार बी-25, मंदिर मार्ग, नई दिल्ली। दिनांक :...

पत्रकारीय लेखन - महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर 1

  CBSE कक्षा 12 हिंदी (ऐच्छिक) विभिन्न माध्यमों के लिए लेखन महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर लघु प्रश्नोत्तर जनसंचार के प्रमुख साधन कौन-कौन से हैं? उत्तर-  प्रिंट (मुद्रित) माध्यम, रेडियो, टेलीविजन, इंटरनेट। जनसंचार का सबसे पुराना माध्यम कौन सा है? उत्तर-  प्रिंट (मुद्रित) माध्यम। सर्वप्रथम मुद्रण का प्रारंभ कहाँ से हुआ? सर्वप्रथम मुद्रण का प्रारंभ चीन से हुआ। भारत में पहले छापेखाने की स्थापना किसने, कब और कहाँ की? उत्तर-  भारत में पहले छापेखाने की स्थापना जर्मनी के गुटेनबर्ग ने सन् 1556 में, गोवा में की। उलटा पिरामिड शैली से आप क्या समझते हैं? उत्तर-  उलटा पिरामिड शैली में समाचार को तीन हिस्सों में बाँटा जाता है। इंट्रो (मुखड़ा), [खबर का मुख्य हिस्सा] बॉडी - (घटते महत्वक्रम में समाचार लिखना), समापन (प्रासंगिक तथ्य तथा सूचनाएँ) टी.वी. पर प्रसारित खबरें किन-किन चरणों से होकर गुजरती हैं? उत्तर-  टी.वी. पर प्रसारित खबरें निम्न चरणों से होकर गुजरती हैं- 1.फ्लैश (ब्रेकिंग न्यूज), ड्राई एंकर, फोन इन, एंकर विजुअज, एंकर बाइट, लाइव, एंकर पैकेज। जनसंचार के माध्यमों का प्रमुख क...

पत्रकारीय लेखन - महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर 2

  CBSE कक्षा 12 हिंदी (ऐच्छिक) विभिन्न माध्यमों के लिए लेखन महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर दीर्घ प्रश्नोत्तर- विभिन्न जनसंचार माध्यमों , प्रिंट, रेडियो, टेलीविजन, इंटरनेट की पाँच विशेषताएँ बताते हुए तालिका बनाएं। उत्तर- क्र. सं. प्रिंट रेडियो टी.वी. इंटरनेट 1. पढ़ने व सोचने का पूरा अवसर प्राप्त होता है। इस माध्य से ध्वनि स्वर, शब्दों तथा संगीत से मनोरंजन व ज्ञान वर्धन होता है। विश्व की घटनाओं को घर बैठे सीधे (लाइव) देख सकते हैं। दृश्य व प्रिंट दोनों माध्यमों का लाभ मिलता है। 2. यह लिखित भाषा का विस्तार है। रेडियों में सुनने की उन्मुक्तता (स्वतंत्रता) होती है। यह मनोरंजन व ज्ञानवर्धन का उत्तम साधन है। इंटरनेट के द्वारा बटन दबाते ही सूचनाओं का विशाल भण्डार प्राप्त होता है। 3. प्रिंट माध्यम के द्वारा किसी भी सामग्री को संदर्भ के लिए काटकर लंबे समय तक रख सकते हैं। यह सबसे सस्ता माध्यम है। टी.वी. की खबरों से जीवंतता का एहसास होता है। यह संवादों के आदान-प्रदान व चैटिंग का सस्ता स्रोत है। 4. कहीं से भी (बीच में से भी) और कभी भी पढ़ सकते हैं। निरक्षर व पढ़े लिखे सभी इसका आनंद ले सकते हैं। इसमें देखने...

पत्रकारीय लेखन - पुनरावृति नोट्स 1

  CBSE कक्षा 12 हिंदी (ऐच्छिक) कैसे लिखें कहानी मुख्य बिन्दु- कहानी:  किसी घटना, पात्र या समस्या का क्रमबद्ध ब्यौरा जिसमें परिवेश हो, द्वंद्वात्मकता हो, कथा का क्रमिक विकास हो, चरम उत्कर्ष का बिन्दु हो, उसे कहानी कहा जाता है। कहानी जीवन का अविभाज्य अंग है। हर व्यक्ति अपनी बातें दूसरों को सुनाना और दूसरों की बातें सुनना चाहता है। कहानी लिखने का मूलभाव सबमें होता है, इसे कुछ लोग विकसित कर पाते हैं, कुछ नहीं। कहानी का इतिहास:  जहाँ तक कहानी को इतिहास का सवाल है, वह उतना ही पुराना है जितना मानव इतिहास, क्योंकि कहानी, मानव स्वभाव और प्रकृति का हिस्सा है। मौखिक कहानी की परम्परा बहुत पुरानी है। प्राचीनकाल में मौखिक कहानियाँ अत्यन्त लोकप्रिय थी, क्योंकि यह संचार का सबसे बड़ा माध्यम थीं। धर्म प्रचारकों ने भी अपने सिद्धांत और विचार लोगों तक पहुँचाने के लिए कहानी का सहारा लिया था। शिक्षा देने के लिए भी पंचतंत्र जैसी कहानियाँ लिखी गई, जो जगप्रसिद्ध हैं। कथानक:  कहानी का केन्द्र बिन्दु कथानक होता है। जिसमें प्रारम्भ से लेकर अन्त तक कहानी की सभी घटनाओं और पात्रों का उल्लेख होता है...

पत्रकारीय लेखन - पुनरावृति नोट्स 2

  CBSE कक्षा 12 हिंदी (ऐच्छिक) नाटक लिखने का व्याकरण मुख्य बिन्दु- पाठ परिचय : नाटक एक दृश्य विद्या है। इसे हम अन्य गद्य विधाओं से इसलिए अलग भी मानते हैं, क्योंकि नाटक भी कहानी, उपन्यास, कविता, निबंध आदि की तरह साहित्य के अन्तर्गत ही आता है। पर यह अन्य विधाओं से इसलिए अलग है क्योंकि वह अपने लिखित रूप से दृश्यता की ओर बढ़ता है। नाटक केवल अन्य विधाओं की भांति केवल एक आयामी नहीं है। नाटक का जब तक मंचन नहीं होता तब तक वह सम्पूर्ण रूप व सफल रूप में प्राप्त नहीं करता है। अतः कहा जा सकता है कि नाटक को केवल पाठक वर्ग नहीं दर्शक वर्ग भी प्राप्त है। साहित्य की अन्य विधाएँ पढ़ने या फिर सुनने तक की यात्रा करती है, परंतु नाटक पढ़ने, सुनने और देखने के गुण को भी अपने भीतर रखता है। नाटक के प्रमुख तत्व या अंग घटक इस प्रकार हैं : समय का बंधन, शब्द, कथ्य, संवाद, द्वंद (प्रतिरोध), चरित्र योजना, भाषा शिल्प, ध्वनि योजना, प्रकाश योजना, वेषभूषा, रंगमंचीयता।

पत्रकारीय लेखन - पुनरावृति नोट्स 3

  CBSE कक्षा 12 हिंदी (ऐच्छिक) सृजनात्मक लेखन ‘कैसे बनती है कविता’ मुख्य बिन्दु- कविता इंसान के मन को अभिव्यक्त करने वाली सबसे पुरानी कला है। मौखिक युग में कविता के द्वारा इंसान ने अपने भावों को दूसरे तक पहुँचाया होगा। इससे स्पष्ट होता है कि कविता मन में उमड़ने-घुमड़ने वाले भावों और विचारों को अभिव्यक्त करने का काव्यात्मक माध्यम है। वाचिक परंपरा में जन्मीं कविता आज लिखित रूप में मौजूद है। पारंपरिक कविता के स्वर मुखरित होते हैं। कविता को आज तक किसी एक परिभाषा में बाँध पाना सम्भव नहीं हो पाया है। अनेक प्राचीन काव्यशास्त्रीयों और पश्चिमी विद्वानों ने कविता की अनेक परिभाषाएँ दी हैं। जैसे शब्द और अर्थ का संयोग, रसयुक्त वाक्य, संगीतमय विचार आदि। कविता लेखन के संबंध में दो मत मिलते हैं। एक का मानना है कि अन्य कलाओं के समान कविता लेखन की कला की प्रशिक्षण द्वारा नहीं सिखाया जा सकता क्योंकि इसका संबंध मानवीय भावों से है जबकि दूसरा मत कहता है कि अन्य कलाओं की भांति प्रशिक्षण के द्वारा कविता लेखन को भी सरल बनाया जा सकता है। कविता का पहला उपकरण शब्द है। कवि डल्ब्यू एच ऑर्डन ने कहा कि ‘प्ले विद ...

पत्रकारीय लेखन - पुनरावृति नोट्स 4

  CBSE कक्षा 12 हिंदी (ऐच्छिक) विशेष लेखन - स्वरूप और प्रकार मुख्य बिन्दु- विशेष लेखन:  समाचार पत्र सामान्य समाचारों की अलावा साहित्य विज्ञान खेल इत्यादि की भी पर्याप्त जानकारी देते हैं इसी कार्य के अन्तर्गत जब किसी खास विषय पर सामान्य लेखन से हटकर लेखन किया जाए तो उसे विशेष लेखन कहते हैं। डेस्क:  समाचार पत्र-पत्रिकाओं रेडियो और टी.वी. में विशेष लेखन के लिए अलग डेस्क होता है और उस विशेष डेस्क पर काम करने वाले पत्रकारों का समूह भी अलग होता है जिनसे अपेक्षा की जाती है कि संबंधित विषय या क्षेत्र में उनकी विशेषज्ञता होगी। विशेष लेखन के क्षेत्र:  विशेष लेखन के कई क्षेत्र हैं जैसे अर्थ व्यापार, खेल, मनोरंजन, विज्ञान, प्रौद्योगिकी, कृषि, विदेश, पर्यावरण, रक्षा, कानून, स्वास्थ्य इत्यादि। बीट:  संवाददाताओं के बीच काम का विभाजन आमतौर पर उनकी दिलचस्पी और ज्ञान को ध्यान में रखते हुए किया जाता है। मीडिया की भाषा में इसे बीट कहते हैं। एक संवाददाता की बीट अगर अपराध है तो इसका अर्थ है कि वह आपराधिक घटनाओं की रिपोर्टिग के लिए जिम्मेदार है। विशेष लेखन केवल बीट रिपोर्टिग नहीं है। ...